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शनिवार, 14 अप्रैल 2018

औरत जात

सड़क पर नंगी लाश पड़ी थी. चारों ओर इकट्ठा लोग अनुमान लगा रहे थे - "लगता है बलात्कार करने के बाद मारकर  फेंक दिया है यहां.. आठ नौ साल की रही होगी.. पर मुद्दा ये है कि ये हिन्दू थी या मुस्लिम?" तभी भीड़ को चीरती हुई एक औरत ने लाश के पास पहुंचकर उसे अपने दुपट्टे से ढ़कते हुये कहा - मुद्दा ये नहीं कि ये हिन्दू थी या मुस्लिम.. मुद्दा ये है कि ये औरत जात थी. "
डॉ शिखा कौशिक नूतन 

1 टिप्पणी:

'एकलव्य' ने कहा…

निमंत्रण

विशेष : 'सोमवार' २१ मई २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने साप्ताहिक सोमवारीय अंक के लेखक परिचय श्रृंखला में आपका परिचय आदरणीय गोपेश मोहन जैसवाल जी से करवाने जा रहा है। अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/



टीपें : अब "लोकतंत्र" संवाद मंच प्रत्येक 'सोमवार, सप्ताहभर की श्रेष्ठ रचनाओं के साथ आप सभी के समक्ष उपस्थित होगा। रचनाओं के लिंक्स सप्ताहभर मुख्य पृष्ठ पर वाचन हेतु उपलब्ध रहेंगे।