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गुरुवार, 25 सितंबर 2025

सच बोलने का परिणाम - लघुकथा

 लघुकथा - सच बोलने का परिणाम 

वह हिम्मत करके जब भी सच बोलता, उसे महसूस होता

कि उसके आस - पास के लोग बहरे व गूंगे हो गए हैं 

और वह श्मशान में खड़ा हो गया है।

-डॉ शिखा कौशिक नूतन

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